पृथ्वी की गतियाँ /अपसौर / उपसौर / सूर्यग्रहण / चंद्रग्रहण
पृथ्वी की गतियाँ /अपसौर / उपसौर / सूर्यग्रहण / चंद्रग्रहण |
घूर्णन गति
घूर्णन गति |
पृथ्वी अपने अक्ष पर सदैव लट्टू की भाँति पश्चिम- पूर्व दिशा में घूमती है जिसके कारण दिन रात होते है
परिक्रमण अवधि
पृथ्वी अपने अक्ष पर घूमने के साथ दीर्घ वृत्ताकार कक्षा में सूर्य के चारों ओर भी चक्कर लगाती है पृथ्वी द्वारा सूर्य का एक चक्कर पूरा करने में लगा समय ही पृथ्वी का परिक्रमण अवधि कहलाती है
पृथ्वी सूर्य का एक पूरा चक्कर लगाने में 365 दिन 6 घण्टे का समय लगता है
अपसौर
जब पृथ्वी सूर्य से सर्वाधिक दूर होती है तो वह स्थित अपसौर कहलाती है
और यह 4 जुलाई को घटित होती है
उपसौर
जब पृथ्वी सूर्य के सबसे निकट होती है तो वह स्थित उपसौर कहलाती है यह स्थित 3 जनवरी की घटित होती है
सूर्यग्रहण
जब कभी दिन के समय सूर्य एवं पृथ्वी के वीच में चन्द्रमा के आ जाने से सूर्य की चमकती किरणों चन्द्रमा के कारण दिखाई नहीं देती है
सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्था को ही होता है
चंद्रग्रहण
जब सूर्य व् चन्द्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है तो सूर्य की पूरी रोशनी चन्द्रमा पर नहीं पड़ती है इसे चंद्रग्रहण कहते है
चंद्रग्रहण हमेशा पूर्णिमा को ही होता है
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जंतुओं का वैज्ञानिक नाम कोशिका और उसके अंग कोशिका भित्ति प्रोकैरियोटिक कोशिका मात्रक एक समान वृत्तीय गति गैलीलियो का नियम जड़त्व का नियम संवेग संरक्षण का सिद्धान्त अभिकेंद्रीय बल कार्य, ऊर्जा एवं शक्ति की परिभाषा गुरुत्वाकर्षण पलायन वेग कक्षीय वेग दाब की परिभाषा बैरोमीटर पास्कल का नियम प्लवन के नियन
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