जैन धर्म / Jain Dharm
जैन धर्म के 23 वे तीर्थकर कौन थे महावीर स्वामी को किस नदी के किनारे ज्ञान प्राप्त हुआ था जैन धर्म के अंतिम तीर्थकर कौन थे
जैन धर्म / Jain Dharm |
1. संस्थापक एवं प्रथम तीर्थकर - ऋषभदेव
2. जैन धर्म के 23 वे तीर्थकर - पार्श्वनाथ
3. पार्श्व नाथ के पिता का नाम - अश्वसेन
4. पत्नी का नाम - भगवती
5. पार्श्वनाथ ने 30 वर्ष की आयु मैं ग्रहत्याग किया
6. पार्श्वनाथ की सम्मेद पर्वत पर मृत्यु हो गई थी
7. जैन धर्म के 24वे व अंतिम तीर्थकर महावीर स्वामी थे
महावीर स्वामी
जन्म - 540 ई० पू ०
स्थान - कुण्डल ग्राम (वैशाली )
पिता - सिद्धार्थ (जात्रिक क्षत्रिय )
माता - त्रिशला
वचपन का नाम - वर्धमान
पत्नी - यशोदा
पुत्री - प्रियदर्शनी
8. महावीर स्वामी ने ३० वर्ष की आयु में ग्रहत्याग किया
9. महावीर स्वामी की 12 वर्ष की गहिन तपस्या के पश्चात जुम्भिक ग्राम के निकट ऋजुपलिका नदी के तट पर साल वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्त हुआ
10. महावीर स्वामी के प्रथम शिष्य उनके दामाद जामिल थे
11. महवीर स्वामी की मृत्यु 468 ई० पू ० में पावापुरी (राजगृह ) में हुई
12. जैन धर्म में ईश्वर की मान्यता नहीं है इसमे आत्मा की मान्यता है
13. महवीर स्वामी पुनर्जन्म एवं कर्मवाद में विश्वास करते थे
14 चन्द्रगुप्त मौर्य के शासन काल में जैन धर्म दो सम्प्रदायों में वट गया
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